Page 43 - Isha Upanishad
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īśopaniṣad
The Breath of things is an immortal Life, but of this body ashes are
the end. OM! OWill, remember, that which was done remember!
O Will, remember, that which was done remember.॥17॥
y Sri Aurobindo)
(Translation b
व त का ाण, वाय, अमर जीवनत व ह, पर त इस का अ त ह भ म।
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ओ३म। ह द सक पश ! मरण कर, जो कया था उस मरण कर!
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ह द सक पश , मरण कर, कय ए कम का मरण कर।
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