Page 13 - Isha Upanishad
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īśopaniṣad
Doing verily works in this world one should wish to live a
hundred years. Thus it is in thee and not otherwise than this;
action cleaves not to a man.॥2॥
(Translation by Sri Aurobindo)
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इस ससार म कम करत ए ही मन य को सौ वष जीन क इ ा करनी
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चा हय। ह मानव! तर लए इस कार का ही वधान ह, इसस भ कसी
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और कार का नह ह, इस कार कम करत ए ही जीन क इ ा करन स े
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मन य म कम का लप नह होता।
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